Monday, October 27, 2014

12 फरवरी 1949 के बाद सरदार पटेल कम्युनल कब और कैसे हो गये?

 एक वीडियों का ट्रांसक्रिप्ट है जिसमे सरदार पटेल 12 फरवरी 1949 को  अपना भाषण दे रहे है.(वीडियों का लिंक नीचे दिया गया है) 



“हमारा कर्तव्य ये है कि हमें निश्चय कर लेना चाहिए, हमें.. हिन्दुस्तान में जितने लोग है सब लोगों को हिल-मिल के भाई-भाई की तरह रहना है, और एक दूसरे के साथ घुड़का –घुड़की करने से काम नहीं होगा. कोई भी खून हो हिन्दू हो, मुसलमान हो, सिख हो, पारसी हो इसाई हो सबको ये ही समझना चाहिए कि ये हमारा मुलक है हमें निश्चय कर लेना चाहिए जितना हो सके हमसे, इतना कोशिश करके आपस में मिल-जुल करके रहने की कोशिश करना चाहिए. हमारा ये कर्तव्य है कि जिस मोहल्ले में हम रहते है, जिस शहर में हम रहते है, हम एक खुदा की औलाद है, हम ईश्वर की प्रजा है,  हम सब एक बाप के, एक माँ-बाप के परिजन है. तो जैसे सर्व-धर्म का सार जबकि लोग एक रहे, सब कौम के सब जाति के, कोई फरक न रखे और कोई ऊँच नही और कोई नीच नहीं सभी एक सामान है. क्योंकि इंसान में जो आत्मा है जो छोटी सी चीज है जिससे वो खड़ा है वो ईश्वर का अंश है. उसमे ऊँच क्या नीच क्या, पवित्र क्या अपवित्र क्या. पवित्र तो वो होता है जो अपना जीवन पवित्र करें, अपवित्र वो ही है जो ख्याल अपवित्र रखता है, जो अपना जीवन अपवित्र रखता है. तो हमारे में न कोई स्प्रश्य होना चाहिए, न ही  अस्प्रश्य होना चाहिए सभी एक समान है, न कोई ऊँच है न कोई नीच है हमें सबको एक समान भाव से देखना है, सबको साथ मिल जुलकर रहना है. प्रेम से रहना है.” 


तो 12 फरवरी 1949 के बाद सरदार  पटेल कम्युनल कैसे  हो गये? ये देश आप सभी की राय जानना चाहता है.

http://youtu.be/QLAbNqKKxY0