Ernesto "Che" Guevara (June14 1928 – October 9, 1967)
चे गुएरा-
एक नाम है,
क्रांति का,
एक गरीब का.
एक सर्वहारा का,
एक दलित का,
एक मजदूर का,
एक किसान का,
एक जूनून का,
चे गुएरा में छिपे है कई चे..
एक लेनिन.
एक भगत सिंह,
एक बिरसा,
एक आंबेडकर.
एक पेरियार,
और वो आम आदमी,जो लड़ रहा है..
बुर्जुआ के खिलाफ,
कुलक के खिलाफ,
पूंजीवाद के खिलाफ और,
साम्राज्यवाद के खिलाफ.
चे गुएरा एक अहसास है-
एक जवानी का,
एक मोहब्बत का,
एक आस का,
कि हम होंगे कामयाब,
कि ख़त्म कर देंगे,
शोषणकारी व्यवस्था को,
भ्रष्ट इजारेदारी को,
साम्राज्यवाद को,
पूँजीवाद को.
चे एक सपना है-
वर्ग-विहीन, जाति-विहीन समाज का,
मानववाद का,
समाजवाद का.
चे गुएरा-
एक नाम है,
क्रांति का,
एक गरीब का.
एक सर्वहारा का,
एक दलित का,
एक मजदूर का,
एक किसान का,
एक जूनून का,
चे गुएरा में छिपे है कई चे..
एक लेनिन.
एक भगत सिंह,
एक बिरसा,
एक आंबेडकर.
एक पेरियार,
और वो आम आदमी,जो लड़ रहा है..
बुर्जुआ के खिलाफ,
कुलक के खिलाफ,
पूंजीवाद के खिलाफ और,
साम्राज्यवाद के खिलाफ.
चे गुएरा एक अहसास है-
एक जवानी का,
एक मोहब्बत का,
एक आस का,
कि हम होंगे कामयाब,
कि ख़त्म कर देंगे,
शोषणकारी व्यवस्था को,
भ्रष्ट इजारेदारी को,
साम्राज्यवाद को,
पूँजीवाद को.
चे एक सपना है-
वर्ग-विहीन, जाति-विहीन समाज का,
मानववाद का,
समाजवाद का.